पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१७

पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१७ (अंक १८ , वर्ष ६)

अम्स्टेल गंगा के इस फुलवारी में आपका स्वागत है।
रंग बिरंगे फूलों की इस बगीया में विचरण करे और हमें अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत करायें।

सम्पादक मंडल
अम्स्टेल गंगा

पत्रिका के अनुभाग: विषय सूची 

 

हिंदी साहित्य:::

काव्य साहित्य:

दोहे:

गोविन्द सेन के दोहे

               तेवरियाँ:

जनकछन्द में तेवरियाँ – रमेशराज

 गीत:

गीत – सपना मांगलिक

गीत – डॉ. पूर्णिमा राय

गीत – परमजीत कौर

 

      ग़ज़ल:

ग़ज़ल- के. पी. अनमोल

ग़ज़ल – सुनीता काम्बोज

ग़ज़ल – डॉ. राकेश जोशी


कविता:

गौतम से राम तक – संतोष श्रीवास्तव

अपने हिस्से का अमृत – कृष्णा वर्मा

इश्क इबादत – कीर्ति श्रीवास्तव

चिड़िया – हेमा चन्दानी ‘अंजुलि’

यात्रा – मधु सक्सेना

काश वो एक पुष्प – शशि राठौड.

मेरी कविता बोलती रहेगी – नीरज नैथानी

माँ जानती है सब कुछ – आरती स्मित

कैसे डिग सकता है मेरा मैं ? – सीमा सिंघल ‘सदा’

कोई और भी रंग होते थे – अनिता मंडा

विलक्षणता – श्वेता राय

लेख::

‘तेवरी’ ग़ज़ल नहीं है क्योंकि – रमेशराज

गौ माता की महत्वता – संजय वर्मा “दृष्टी“


व्यंग्य::

हंगामा है क्यों बरपा – डा. सुरेन्द्र वर्मा

हिंदी साहित्य का रेवड़ी युग – कमलानाथ

बच्चों का कोना::

सुयश की बदली आदत – उपासना बेहार

बस्ते का बोझ – राजकुमार जैन ’राजन’


लघुकथा::

संदेह के घेरे – सुधा भार्गव

बाप की कमाई – गोवर्धन यादव


कहानी::

जेब को सोखती दोपहर – आशा पाण्डेय

अपराजिता – पुष्पा सक्सेना

कुछ किस्से अफ़साने नहीं होते – प्रियंका गुप्ता


भोजपुरी हिंदी साहित्य:::

फागुन के उत्पात – मनोज सिंह ‘भावुक’

साहित्यिक समाचार :::

हिंदी चेतना::

हिन्दी चेतना का जनवरी – मार्च  २०१७ अंक – अम्स्टेल गंगा समाचार ब्यूरो

बाल मौलिक रचना पाठ प्रतियोगिता – २०१६ सम्पन्न – अवधेश सिंह

 

प्रस्तावित पुस्तकें:::

सूरीनाम  : डॉ पुष्पिता अवस्थी

हॉस्टल के पन्नों से  : मनोज सिंह


कला दीर्घा::: 

प्यारा मित्र – स्वाति सिंह देव

नवज़ात शिशु – दिया अरोड़ा

यूरोपियन वास्तुकला – कृशानु रॉय

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