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लेखकों से :

नियम:

‘अम्स्टेल गंगा ‘ में आपकी रचनात्मक अभिव्यक्ति का स्वागत है। इन पत्रिकाओं के लिए हम कहानी, कविता, हास्य व्यंग्य, नाटक तथा हर प्रकार के साहित्य, संस्कृति, परिवार, स्वास्थ्य, पर्यटन, चित्रकला तथा बाल साहित्य से संबंधित हिंदी रचनाएँ आमंत्रित करते है। विशेषांकों से संबंधित सामग्री कृपया २ महीने पहले अवश्य भेज दें।

रचनाएँ अप्रकाशित हों यह आवश्यक नहीं किंतु पूर्वप्रकाशित रचनाओं के साथ निम्नलिखित सूचना को संलग्न करना आवश्यक है :
पुस्तक या पत्रिका का नाम, प्रकाशक का नाम तथा पता, रचना यदि किसी पत्रिका से ली गई है तो अंक की तिथि तथा वर्ष, तथा संपादक का नाम होना भी ज़रूरी है।

लिपि:

‘अम्स्टेल गंगा ‘ में यूनिकोड लिपि का प्रयोग किया जा रहा है।

रचना टाइप करने से पहले इसको ध्यान से पढ़ लेना चाहिये।
पता:

कविताएँ तथा गद्य रचनाएँ भेजने के लिए हमारा पता है team@amstelganga.org
शर्तें:

‘अम्स्टेल गंगा ‘ अव्यवसायिक पत्रिका हैं। इनमें रचनाएँ प्रकाशित करने के लिए कोई भी धनराशि ली अथवा दी नहीं जाती है।

पत्रिका के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए इसका शीर्षक बदलने अथवा इसमें संपादन करने का अधिकार संपादक मंडल के पास है।

स्थान के अनुसार रचना को अनेक पृष्ठों व अंकों में विभाजित किया जा सकता है।

पृष्ठ संरचना के अनुसार किसी भी रचना के साथ चित्रों को संबंधित करने का निर्णय और अधिकार संपादक मंडल का है।

‘अम्स्टेल गंगा ‘ को प्रकाशनार्थ भेजी गई रचनाएँ लेखक के व्यक्तिगत जालघर, चिट्ठे या अन्य किसी जाल पत्रिका को नहीं भेजी जानी चाहिये। यदि पहले या बाद में उन्हें किसी अन्य हिंदी जाल-पत्रिका पर देखा गया तो उन्हें ‘अम्स्टेल गंगा ‘ से हटाया जा सकता है।

रचना की स्वीकृति की सूचना देर से देर एक महीने के अंदर भेज दी जाती है। अस्वीकृत रचनाओं के विषय में पत्रव्यवहार नहीं किया जाता। अत: लेखकों से नम्र निवेदन है कि वे एक माह तक प्रतीक्षा करें।

स्वीकृत रचनाओं के प्रकाशन में सामान्य रूप से ३ से ६ महीने तक का समय लगता है। कृपया अनुस्मरण (रिमाइंडर) भेजने से पहले इतनी प्रतीक्षा अवश्य करें।

एक से अधिक रचनाएँ स्वीकृत हैं तो दोनों के प्रकाशन के बीच में ६ माह या अधिक का समय लग सकता है।

सभी विषयों से संबंधित निबंधों और लेखों की शब्द संख्या १००० से २००० शब्दों के बीच होनी चाहिये
कहानियों के विषय में विशेष:

समकालीन कहानी के अंतर्गत प्रकाशन के लिए भेजी गई कहानी की लंबाई २५०० शब्दों से ३५०० शब्दों के बीच होनी चाहिये।

लघुकथा की लंबाई ५०० शब्दों के आसपास होनी चाहिये।

प्रेरक प्रसंग के लिए भेजी गई कहानियाँ भी लगभग ५०० शब्दों की होनी चाहिये।

कहानी में प्रयोग किए गए एक या अधिक वाक्यों, वाक्यांशों अथवा अनुच्छेदों के हिंदी के अतिरिक्त अंग्रेज़ी अन्य किसी भाषा में होने पर टीम द्वारा उसका हिंदी अनुवाद कर दिए जाने की संभावना है।
कविताओं के विषय में विशेष:

स्वरचित कविताएँ एक साथ एक ही वर्ड (.doc) या टेक्स्ट (.txt) फ़ाइल में  भेजी जानी चाहिये। कविताओं के साथ कवि का परिचय तथा जेपीजी (.jpg) फॉरमैट में फोटो भी संलग्न किया जाना चाहिये। फोटो का आकार २५० पिक्सेल × ४०० पिक्सेल से छोटा नहीं होना चाहिये।

प्रत्याख्यान:

‘अम्स्टेल गंगा ‘ पत्रिका में प्रकाशित लेखों व रचनाओं के विचार कवियों और लेखकों के व्यक्तिगत विचार हैं। संपादक मंडल का इनसे सहमत होना आवश्यक नहीं है।

‘अम्स्टेल गंगा ‘ व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका हैं। इसमें प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है।

यह सूचना प्रत्येक पृष्ठ पर प्रकाशित कर दी गई है। इसके बाद भी यदि कोई सर्वाधिकार का दुरुपयोग करता है तो इसका उत्तरदायित्व और परिणाम पूरी तरह से दुरुपयोग करने वाले को भुगतना होगा।
ध्यान दें-

जो ईमेल हिंदी के अतिरिक्त अन्य भाषाओं या लिपियों में भेजे जाते हैं उन्हें बिना पढ़े मिटा दिया जाता है। अतः रचनाओं के साथ भेजे गए पत्र हिंदी में होने आवश्यक हैं।

टीम अम्स्टेल गंगा

 

© सर्वाधिकार सुरक्षित
अम्स्टेल गंगा व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह एक त्रैमासिक पत्रिका है। 

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