पत्रिका के अनुभाग: जुलाई – सितम्बर २०१४

पत्रिका के अनुभाग: जुलाई – सितम्बर २०१४ (अंक ८, वर्ष ३)

अम्स्टेल गंगा के इस फुलवारी में आपका स्वागत है।
रंग बिरंगे फूलों की इस बगीया में विचरण करे और हमें अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत करायें।

सम्पादक मंडल
अम्स्टेल गंगा

पत्रिका के अनुभाग: विषय सूची 

 

हिंदी साहित्य:::

काव्य साहित्य::

      ग़ज़ल:

ग़ज़ल : सुशील ‘साहिल’

मेरी गजल को प्यार से गुना गुना के देखिये – राजेश भंडारी “बाबु”

दोहे:

दोहे : डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा

हाइकु:

हाइकु : डॉ जेन्नी शबनम

कविता:

पल रिसता रहा  - सीमा गुप्ता

नेत्रदान -महादान – संजय वर्मा “दृष्टि “

कुर्सी और  कविता – कमला निखुर्पा

प्रीत और प्रतिकार – सविता अग्रवाल “सवि”

उलझन – रवि कुमार गोंड़

यादों का हैंगओवर – अभिषेक कुमार

ये हवा – नवल  पाल

जानवर – विजय कुमार

लेख::

शब्द  शक्ति  की  महिमा – डा. रवीन्द्र अग्निहोत्री

विवाह – डा. स्वाति तिवारी

क्या हमें अँग्रेजी की गुलामी छोडकर हिन्दी को महत्व ..? – युद्धवीर सिंह लांबा “भारतीय”

व्यंग्य::

चूहे बोलें बम बम – नीरज त्रिपाठी

लघुकथा::

अकेले भी जरूर घुलते होंगे पिताजी – बलराम अग्रवाल

साक्षात्कार – गोवर्धन यादव

भ्रम के चौराहे पर – संतोष सुपेकर

कहानी::

फाइलें गुम हो गई हैं – डॉ. नरेन्द्र कोहली

अन्ना की रैली में… – डॉ मनोज श्रीवास्तव

चोर जेब – विवेक मिश्र

भोजपुरी हिंदी साहित्य:::

भोजपुरी दोहे – मनोज सिंह ‘भावुक’

कला दीर्घा::: 

ओह्म गणेशाय नमः – अपर्णा श्रीवास्तव

बहन – एक जीवन भर का रिश्ता – मीनू सिंह

वास्तुकला – कृशानु रॉय

प्रकृति – एक सुन्दर एहसास – स्वाति सिंह देव

राधा कृष्ण – एक मनमोहक छवि – निष्ठा सिंह

प्रकृति – पुष्प – मीनाक्षी सिंह

अध्ययन – एक सतत प्रक्रिया – अमित कुमार सिंह

Leave a Reply