वीर जवान जागे और हम सोयें

वीर जवान जागे और हम सोये
आगे बढ़ वे सिने पर गोली खायें
कैसे हो सकता हैं कि हम न रोये |

वीरों के पथ-पग में दहशतगर्द
गोली, बम-गोलों के काँटे बोये
फिर भी जोशीले वीर आगे बढ़ जाये |

इतने प्यार से कौन साथ देता हैं,
आतंकियों का ? हमारे ही अपने !
अब लगते हैं, वे भी पराये |

वे जब इस देश को अपना ही नहीं समझते
तो क्यों न खुले आम हो जायें
खून के बदले खून ही बहाया जायें |

मजाल हैं कि कोई हँसते-खेलते
हमारे घर पर बुरी नजर डाल जायें
और हम सब सोते ही रह जायें |

अब वक्त आ गया हैं कि
पहले देश के गद्दारों को
यादगार सबक सिखाया जायें |

वे छिपके से घर में घुस  आयें
बड़े इत्मिनान से खून हमारा बहायें
और हँसते-हँसते अपने घर लौट जायें |

हम कुछ रोयें और गुस्सा पीते जायें
वो कभी सर काट ले जायें तो कभी
धोकें से नपुंसक बम-गोली चला जायें |

आतंकी को जब पकड़े हम
सूली पर चढायें, हमारे ही देश में
कुछ लोग शहीद-शहीद चिल्हायें |

अपने और परायें खुले आम
दहशतगर्दी कर जायें और हम,
बातों के किलों से पतंग उड़ाते रह जायें  |

 

 

-  डॉ. सुनिल जाधव

शिक्षा : एम.ए.{ हिंदी } नेट ,पीएच.डी

कृतियाँ :

कविता : १.मैं बंजारा हूँ  २.रौशनी की ओर बढ़ते कदम  ३.सच बोलने की सजा ४.त्रिधारा   ५. मेरे भीतर मैं

कहानी : १.मैं भी इन्सान हूँ  २.एक कहानी ऐसी भी                             .              

शोध :१.नागार्जुन के काव्य में व्यंग्य  २.हिंदी साहित्य विविध आयाम  ३.दलित  साहित्य का एक गाँव  

अनुवाद : १.सच का एक टुकड़ा [ नाटक ]

एकांकी १.भ्रूण  

संशोधन : १.नागार्जुन के काव्य में व्यंग्य का अनुशीलन

                 २.विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में लगभग पचास आलेख प्रकाशित

अलंकरण एवं पुरस्कार  : १.अंतर्राष्ट्रीय सृजन श्री पुरस्कार [ताशकंद]

                  २. अंतर्राष्ट्रीय सृजन श्री पुरस्कार  [दुबई]

                  ३.भाषा रत्न [दिल्ली]

                  ४.अंतर्राष्ट्रीय प्रमोद वर्मा सम्मान [कम्बोडिया ]

                  ५. विश्व हिंदी सचिवालय, मोरिशियस दवारा कविता का अंतर्राष्ट्रीय प्रथम

                      पुरस्कार       

विदेश यात्रा :  १.उज्बेक [रशिया ]  २.यू.ए.इ  ३.व्हियतनाम  ४.कम्बोडिया  ५.थायलंड

विभिन्न राष्ट्रिय अंतर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में आलेख, कविता, कहानियाँ प्रकाशित :-

   नव्या ,सृजन गाथा, प्रवासी दुनिया, रचनाकार, पुरवाई, रूबरू, हिंदी चेतना, अम्स्टेल गंगा,

   साहित्य सरिता, आर्य संदेश, नव निकष , नव प्रवाह, १५ डेज,  अधिकार,  रिसर्च लिंक,

   शोध समीक्षा एवं मूल्यांकन,  संचारिका,  हिंदी साहित्य आकादमी शोध पत्रिका, केरल,  

   आधुनिक साहित्य,  साहित्य रागिनी, खबर प्लस ..आदि |     

ब्लॉग : navsahitykar.blogspot.com

काव्य वाचन :

       १. अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन, ताशकंद

       २. अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन,दुबई

       ३. विश्व कवि सम्मेलन, कैनडा

       ४. अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन,कम्बोडिया

सम्प्रति : हिंदी विभाग ,यशवंत कॉलेज, नांदेड

पता : नांदेड ,महाराष्ट्र -०५ 

 

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