विदेश की धरती पर हिंदी का परचम लहरानेवाले विश्व हिंदी सचिवालय, मॉरिशस सरकार दवारा विश्व हिंदी दिवस-२०१४ के उपलक्ष्य में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय हिंदी कविता प्रतियोगिता में नव साहित्यकार डॉ.सुनील जाधव,नांदेड,महाराष्ट्र-भारत के ’’मैं वर्णन और वर्णनातीत’’ इस कविता को भौगोलिक क्षेत्र ०५ के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ |
पुरस्कार रूप में प्रमाण पत्र एवं ५० डॉलर से सम्मनित किया गया | प्रतियोगिता में भारत के साथ विश्व के कई हिंदी कवियों ने इस प्रतियोगिता में अपनी कविताओं को पुरस्कार हेतु भेजा था | ऐसा संदेश विश्व हिंदी सचिवालय के,मोरिशियस के कार्यवाहक सचिव गंगाधरसिंह सुखलाल जी के इमेल से प्राप्त पत्र दवारा मिला |
डॉ.सुनील जाधव, की ये कविता ’’मैं वर्णन और वर्णनातीत’’ को अम्स्टेल गंगा के इस अंक में भी शामिल किया गया है।
द्वारा डॉ.सुनील जाधव,
महाराष्ट्र सम्पादक
नव साहित्यकार