विचारो की भाषा

कभी  जीने  का  उत्साह तो कभी  उम्मीदो  की  ज़ुबान

कभी  उमंग  और  चाह तो कभी  इंद्रधनुषीय रंगो  की उड़ान ,

कभी मायूसी  तो कभी अकेलेपन  का अहसास

सब  कुछ  होते  हुए  भी  कुछ  ना  होने  का होता है आभास।

 

कभी सुख  का  अनुभव  तो कभी  दुख  की  वजह

कभी आशा की किरण तो कभी निराशा के बादल ,

भावों की इस दुनिया का निर्धारण करते हमारे विचार हैं

जिंदगी लगती वैसी ही जैसे होते हमारे विचार हैं।

 

सुविचार  हमेशा  नयी  उम्मीद  देंगे , नयी  राह  दिखाएँगे

दुर्विचार जीवन  मे  अधूरेपन, अंधकार से मिलवाएँगे,

विचारों के अनुरूप ही हम अच्छे और बुरे अनुभव पायेंगे

ये  हमारे  ही  उपर  है  कि  हम  अपने  जीवन  को किस दिशा मे ले जायेंगे।

 

हर  वक़्त  हर  दिन  हमारे  विचार  हमें  परिभाषित  करते हैं

हमारे  आज  को  और  आने  वाले  कल  को  निर्धारित  करते हैं ,

सफलता और  प्रगती  के  मार्ग  पर  बढ़ने  की  प्रेरणा देते हैं

मित्रों विचारों की इस अनमोल ‘निधि’ और महत्ता को समझो ,

क्योंकि उत्तम विचार ही जीवन के हर पल को सुगंधित करते हैं।।

 

- निधि वशिस्ठ 

मै पेशे से एक विषय लेखिका और शोधकर्ता हूँl मुझे टाइमस आफ इण्डिया के संपत्ति पोर्टल ‘magicbricks.com’ में 5 साल काम करने का अनुभव है।  
इससे पहले मैने दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स इन कम्युनिकेसन किया था। लिखना हमेशा से ही मेरा शोक रहा है और अंस्टेल गंगा अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए एक बहुत ही इंटरैक्टिव मीडियम है। यह वास्तव में व्यक्तिगत अनुभव और सीधा अपने दिल से लिखने का रोचक माध्‍यम है। 
वर्तमान में एम्स्टर्डम में निवासरत हैं। 

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