‘तस्वीर जिंदगी के’ भोजपुरी का पहला ग़ज़ल एल्बम

जहां भोजपुरी में अश्लील गीतों  के कैसेटों की भरमार है  वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने  भोजपुरी ग़ज़लों का एल्बम जारी कर एक नया  इतिहास रचने की कोशिश की है .  इन खूबसूरत ग़ज़लों के रचनाकार हैं भोजपुरी के सुप्रसिद्ध ग़ज़लकार मनोज भावुक  और  स्वर दिया है सरोज सुमन ने। सरोज सुमन की ख्याति एक अच्छे म्यूजिक डायरेक्टर के रूप में भी है। मनोज भावुक के रचे इन गज़लों को ऑडियो फार्म में लाने का कॉन्सेप्ट प्रतिभा-जननी सेवा संस्थान के चेयरमैन मनोज सिंह राजपूत का है।वहीं  संयोजन संस्था के नेशनल को-आर्डिनेटर आशुतोष कुमार सिंह का है .  टी-सीरीज  द्वारा जारी ग़ज़लों के इस गुलदस्ते में कुल आठ भोजपुरी ग़ज़लें शामिल हैं जिनमें जिंदगी के तमाम शेड्स हैं। इसीलिए इस भोजपुरी ग़ज़ल अल्बम का नाम रखा गया है – तस्वीर ज़िंदगी के . 

 

विदित हो कि  ” तस्वीर ज़िन्दगी के ” भोजपुरी का  बहुचर्चित और लोकप्रिय ग़ज़ल-संग्रह है जिसके लिए इसके लेखक मनोज भावुक को  ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजा देवी और सिने जगत के नामी फ़िल्मकार और गीतकार गुलज़ार द्वारा वर्ष 2006 के भारतीय भाषा परिषद सम्मान से नवाज़ा जा चुका है . एक भोजपुरी पुस्तक को पहली बार यह सम्मान दिया गया। 

http://www.bbc.co.uk/hindi/entertainment/story/2006/09/060916_bhojpuri_samman.shtml

इस एल्बम को सुनने के बाद ऐसा लगता है कि यह सिर्फ गीत- संगीत नहीं है . यह शब्द और संगीत के माध्यम से तमाशाई संस्कृति के खिलाफ एक मुहीम है .  इस अल्बम से  भोजपुरी संगीत को एक नयी दिशा मिलेगी .

प्रस्तुति ,
रवि रंजन 

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