ऐ ! भाई हमें लिखना है
किस विषय पर
आदिवासी समाज पर
आखिर क्यों ?
भईया इसलिए कि,
यह एकदम करेंट विषय है |
मतलब क्या है ? भईया इसका,
मतलब में एक राज है |
वह कौन सा राज है ?
आदिवासी समाज पर लिखने से,
पद,प्रतिष्ठा, शोहरत,पैसा, पुरस्कार
सब प्राप्त होता है, आसानी से |
और सुनो
जी आगे कहिए
सबको लगता है कि,
हम बड़े हमदर्द हैं आदिवासी समाज के
हैं न राज की बात |
अच्छा सब तो ठीक है भईया
लेकिन क्या ? इससे
आदिवासी समाज का भला होता है |
भाई, हमें भला होने और
भला न होने से
क्या मतलब है ?
हमें जो चाहिए वह मिल रहा है न
पद,प्रतिष्ठा, पुरस्कार और पैसा |
- रवि कुमार गोंड़
शैक्षणिक योग्यता: एम.ए., एम. फिल, नेट (हिंदी) लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ
सम्प्रति : पी.एच.-डी. शोधरत, हिंदी विभाग, केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश, भारत
स्थायी पता : जिला- अम्बेडकर नगर, उ.प्र. पिन कोड- 224147
लघु शोध ग्रन्थ : “श्री महेंद्र प्रताप सिंह की साहित्य-साधना” (एम.फिल.) उपाधि
प्रकाशित कृति : महेंद्र प्रताप सिंह की साहित्य-साधना, उद्योग नगर प्रकाशन, गाजियाबाद, 2012,
प्रकाशनाधीन कृति : सात
संपादन :
- कविवर जमालुद्दीन सफ़र का काव्य सफ़र, वान्ग्य्मय बुक्स अलीगढ़, संस्करण- 2012, isbn- 978-81-923548-9-7
- वर्तमान समय में आदिवासी समाज, वान्ग्य्मय बुक्स अलीगढ़, संस्करण- 2012, isbn- 978-81-923548-8-0
- कहरवा लोक गीत (झिनकान धुरिया), सरिता लोक सेवा संस्थान, सुलतानपुर उ.प्र., संस्करण- 2013, isbn- 0978-93-82180-02-9
- समकालीन विमर्श : युवा सोच और संवेदना, उत्कर्ष प्रकाशन, मेरठ, संस्करण- 2013, isbn- 978-81-921666-8-0
- समकालीन विमर्श : मुद्दे और बहस, अनंग प्रकाशन दिल्ली, संस्करण- 2014, isbn- 978-93-80845-25-8
सम्मान :
- साहित्य शिरोमणि – विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर, 2012
- डॉ.कृष्ण चन्द्र पाठक ‘कृष्ण’ स्मृति सम्मान – पल्लव काव्य मंच, रामपुर उ.प्र. 2013
- कवि शिरोमणि – सरिता लोक सेवा संस्थान, सुलतानपुर उ.प्र. 2013
साहित्यिक उपलब्धियां :
सदस्य/परामर्श :
- डॉ. जगदीश गुप्त गीतांजलि फाउन्डेशन लखनऊ
- वाग्प्रवाह अर्द्ध वार्षिक शोध पत्रिका लखनऊ का आजीवन सदस्य एवं मीडिया प्रभारी
- युद्धरत आम आदमी त्रय मासिक पत्रिका दिल्ली का पत्रिका प्रतिनिधि
- निरुप्रह त्रय मासिक पत्रिका लखनऊ का सह संपादक
- 12 राष्ट्रीय/ अंतर्राष्ट्रीय/ वर्कशॉप में सहभागिता
- कश्फ़, शिखर, मानस संगम, आवर्तन, मीडिया विमर्श, पर्यावरण डाईजेस्ट, वीथिका, अधिकार, वाग्प्रवाह, विश्व विधायक, स्वतंत्र भारत, स्वर्ग विभा, संभाव्य, क्षितिज, वेव मीडिया और हिंदी का वैश्विक परिदृश्य (पुस्तक), सुधियों के पल (काव्य संग्रह), अनुसन्धान (काव्य संग्रह) आदि पत्र-पत्रिकाओं में कविता एवं आलेख प्रकाशित