साहित्यकार राजकुमार जैन राजन का मेघालय में हुआ सम्मान

आकोला :  “पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी” शिलॉन्ग (मेघालय) के तत्वावधान मे  हिंदी विकास सम्मेलन  का  त्रिदिवसीय आयोजन राजस्थान विश्रान्ति गृह , शिलॉन्ग के सभागार में  सम्पन्न हुआ।

कहानी  लेखन महाविद्यालय, अम्बाला  छावनी की निदेशक उर्मि कृष्ण, पूर्वोत्तर क्षेत्र के वरिष्ठ समाज सेवी शंकर लाल गोयनका , नेशनल बुक ट्रस्ट के पूर्व निदेशक मानस रंजन महापात्रा, अकादमी के अध्यक्ष बिमल बजाज, समाज सेवी पुरुषोत्तम दास चोखानी,एवम अकादमी सचिव अकेला भाइ की उपस्तिथि में कार्यक्रम हुआ। इसमें 18 राज्यों के 123 रचनाकारों ने भाग लिया

 

इस अवसर पर आकोला जिला चित्तोड़गढ़ के साहित्यकार राजकुमार जैन राजन को उत्कृष्ठ लेखन, संपादन, प्रकाशन एवं हिन्दी साहित्यकारों को प्रोत्साहन व सम्मानित करने एवम हिंदी  , देवनागरी लिपि के प्रचार-प्रसार में उल्लेखनीय योगदान के लिए “जीवनराम मुंगीदेवी गोयनका स्मृति सम्मान” से सम्मानित किया गया।

 

इस अवसर पर बाल साहित्यकार राजकुमार जैन राजन के व्यक्तित्व एवम कृतित्व पर प्रकाशित    ” ट्रू मीडिया” नई दिल्ली के विशेषांक का लोकार्पण भी हुआ। इसी कार्यक्रम में राजकुमार जैन राजन के हिंदी बाल कहानी संग्रह “मन के जीते जीत” का श्रीमती बानी बर ठाकुर द्वारा किया गया असमिया अनुवाद “मनर जयेई जय” का भी लोकार्पण सम्पन्न हुआ। ज्ञातव्य है कि राजन कुमार जैन राजन के कई  बाल कहानी संग्रह मराठी, पंजाबी, उड़िया, गुजराती, अंग्रेजी भाषा मे भी अनुदित हो चुके हैं।  राजकुमार जैन राजन के संपादन में भोपाल से प्रकाशित होने वाली साहित्यिक मासिक पत्रिका “साहित्य समीर दस्तक” के जून अंक का लोकार्पण भी इस अवसर पर हुआ।

 

 - राजकुमार जैन राजन
चित्रा प्रकाशन

 

 

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