सरगम -स्वाति सिंह देव वाणिज्य प्रबंधन में स्नातकोतर पूरा करने के बाद वाराणसी में कुछ दिनों बैंक में कार्यरत रहीं| विवाह के तत्पश्चात कुवैत आयीं| हिंदी लेखन, नृत्य और चित्रकारी में रूचि रखती हैं|