एम्स्टेल गंगा परिवार आप सभी को नव वर्ष की ढ़ेर सारी शुभकामनाए देता है। हम ईश्वर से आपकी अच्छी सेहत और खुशहाल जीवन की प्रार्थना करते हैं।
२६ जनवरी को हमारे प्यारे देश भारत ने अपना ६७ वां गणतंत्र दिवस मनाया । जिसमें देश ने अपने शक्ति , कौशल , शौर्य और धैर्य का प्रदर्शन किया जिसे सारे विश्व ने देखा। आशा करते हैं की इस पावन दिवस पर सभी भारतीय बंधुओं ने आपसी भाईचारे को प्रगाढ़ करने का प्रण लिया होगा। और ये निश्चय किया होगा की देश में आये दिन होने वाली सांप्रदायिक हिंसा के कारणों को वो आपस में मिलकर जड़ से मिटा देंगे ।
भारत तभी उन्नति करेगा जब सभी १२५ करोड़ भारतीय एकजुट हों और अपने आप को सर्वप्रथम भारतीय माने। हमें अंग्रेजी गुलामी से सैकड़ों सालों बाद आजादी मिली थी , अब इसे बचाकर रखने की ज़िम्मेदारी हमारी है। हम यदि आपस में फिर से लड़ने लगे तो वो दिन दूर नहीं है जब देश का पतन पुनः शुरू हो जायेगा और हम आर्थिक गुलामी के जाल में फंस जायेंगे ।
हम अपने प्यारे देशवासियों से निवेदन करते है की कृपया असहिषुण्ता – सहिषुण्ता के राजनीतिज्ञ दुष्प्रचार में न पड़ते हुए परस्पर सदभाव बनाये रखें और देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर करने में अपना अमूल्य योगदान दें।
हिंदी भाषा देश के अधिकांश भागों बोली और समझी जाती है। अम्स्टेल-गंगा के माध्यम से हम अपनी राष्ट्रभाषा को दुनिया के कोने कोने में पहुँचाने का प्रयास कर रहे हैं। हम आशा करते है कि हमारी इस कोशिश में हमें आपका निरंतर सहयोग और आशीर्वाद प्राप्त होता रहेगा।
वर्ष २०१६ के इस प्रथम अंक में आप सभी का स्वागत है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको ये अंक पसंद आयेगा। आपसे अनुरोध है कि कृपया इस अंक के बारे में अपनी प्रतिक्रिया से हमें अवश्य अवगत करायें।
धन्यवाद।
- अमित कुमार सिंह एवं अखिलेश कुमार
