संपादकीय
आप सभी को ज्ञात है कि हमने मिल के भारत वर्ष की अगली सरकार को चुन लिया है। इस सरकार को पिछले २० सालों का सबसे बड़ा समर्थन मिला है। आप सभी को देश के लिए मजबूत सरकार चुनने के लिए धन्यवाद और नयी सरकार को अम्स्टेल-गंगा परिवार की तरफ से शुभकामनायें। हम आपको ये याद दिलाना चाहेंगे की देश सिर्फ सरकार से नहीं बनता, देश देशवासियों से भी बनता है और साथ में प्रवासी देशवासी का भी बहुत महत्व है। देश की उन्नति के लिए सरकार के कार्य करने के साथ-साथ हम सभी को भी अपनी जिम्मेदारियों का ध्यान रखना होगा। हम सभी को मिल के अपने देश को नयी उचाईयों पर ले जाना है।
प्रिय पाठकों, अम्स्टेल-गंगा के इस अंक में आपका स्वागत है। देखते ही देखते हम सन २०१४ के श्रावण मास में आ गए हैं। हिन्दू धर्म में श्रावण माह का बहुत महत्व है। श्रावण मास में हम महादेव शिवा की आराधना करते हैं, भगवन श्री कृष्णा का जन्म भी इसी मास में हुआ है और भाई भहन के प्रेम का पर्व रक्षाबंधन भी इसी मास में मनाया जाता है। इस वर्ष पवित्र रमदान भी श्रावण मास में ही मनाया जा रहा है। अम्स्टेल-गंगा परिवार आप सभी को इन सभी पर्वों की हार्दिक बधाई देता है।
अम्स्टेल गंगा का नया अंक अपने साथ रंग बिरंगी कहानियाँ , रोचक लघुकथा , चुभते हुए व्यंग , ज्ञानवर्धक लेख , सुन्दर चित्रकला और मनमोहक कविताओं के साथ ही साथ भोजपुरी साहित्य को सहेजे हुए है।
इस अंक के बारे में अपनी प्रतिक्रियाओं से हमें जरूर अवगत करायें ।
शेष अगले अंक में।
- अमित कुमार सिंह एवं अखिलेश कुमार