वो बच्चे अच्छे लगते हैं

 

रात समय से सो जाते हैं
बजे अलार्म तुरंत जग जाते
आलस कभी नहीं करते हैं
दाँतो की नित करें सफाई
सुबह नहा कर करें पढ़ाई
सुन्दर साफ स्वछ दिखते हैं
दूध गटककर जो पी जाते
चबा चबाकर खाना खाते
रोज सुबह कसरत करते हैं
कभी किसी से झूठ ना बोले
बिना लड़ाई प्यार से खेलें
हिलमिलकर जो रहते हैं
माता-पिता का कहना मानें
होंगे सफल जो कहना मानें
हँसते हैं जो खुश रहते हैं

 

- नीरज त्रिपाठी

 

शिक्षा- एम. सी. ए.

कार्यक्षेत्र – हिंदी और अंग्रेजी में स्कूली दिनों से लिखते रहे हैं | साथ ही परिवार और दोस्तों के जमघट में   कवितायेँ पढ़ते रहे हैं |

खाली समय में कवितायेँ लिखना व अध्यात्मिक पुस्तके पढ़ना प्रिय है |

प्रतिदिन प्राणायाम का अभ्यास करते हैं और जीवन का एकमात्र लक्ष्य खुश रहना और लोगों में खुशियाँ फैलाना है |

कार्यस्थल – माइक्रोसॉफ्ट, हैदराबाद

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