१
जब ध्यान लगाया है
सपनों तक में भी
केवल तू आया है ।
२
हर रोज़ सज़ा देना
मेरे अपनों को
मत दर्द खुदा देना ।
३
अँधियारे छलते हैं
दीपक यादों के
बुझते कब, जलते हैं।
४
जिस दर पे जाएँगे
तुमको खोकरके
हम चैन न पाएँगे ।
५
जब शीश झुकाया है
दिल के शीशे में
तुमको ही पाया है ।
६
पाहन का दौर चला
पूजा था जिसको
उसने हर बार छला ।
७
क्यों इतनी दूर गए
मिलने की आशा
कर चकनाचूर गए ।
८
हमको हर बार मिली
घर के आँगन में
ऊँची दीवार मिली ।
९
कब प्यार उसे भाया
जिसके बागों में
नफ़रत का हो साया ।
१०
चिट्ठी जब खोली थी
आखर की चुप्पी
रह -रहकर बोली थी।
११
बाज़ार तुम्हारा है
सब कुछ बेच रहे,
क्या काम हमारा है ।
१२
दिन-रात हमें काटा
दर्द हमें देकर
सुख गैरों को बाँटा ।
- रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
जन्म: 19 मार्च
शिक्षा : एम ए-हिन्दी (मेरठ विश्वविद्यालय से प्रथम श्रेणी में) , बी0 एड्0 ।
प्रकाशित रचनाएँ :‘माटी,पानी और हवा’,’अंजुरी भर आसीस’,’कुकडूँ कूँ’,’हुआ सवेरा’)(कविता संग्रह),मेरे सात जनम (हाइकु -संग्रह), मिले किनारे (ताँका और चोका संग्रह संयुक्त रूप से डॉ हरदीप सन्धु के साथ), झरे हरसिंगार(ताँका-संग्रह)’धरती के आँसू’,’दीपा’,’दूसरा सवेरा’ (लघु उपन्यास),’असभ्य नगर’(लघुकथा संग्रह),खूँटी पर टँगी आत्मा( व्यंग्य –संग्रह),भाषा-चन्दिका (व्याकरण ) ,रूम टू रीड इण्डिया से मुनिया और फुलिया (बालकथा हिन्दी और अंग्रेज़ी), झरना ,सोनमछरिया, कुआँ(पोस्टर कविता छोटे बच्चों के लिए ) , रोचक बाल कथाएँ प्रकाशित ,अनेक संकलनों में लघुकथाएँ संकलित तथा गुजराती,पंजाबी,उर्दू ,अंग्रेज़ी एवं नेपाली में अनूदित। देश -विदेश की विभिन्न -पत्र-पत्रिकाओं में विगत 43 वर्षों से रचनाएँ प्रकाशित ।लोकल कवि का चक्कर (आकाशवाणी जबलपुर से नाटक का प्रसारण ) । मुनिया और फुलिया (बालकथा – अंग्रेज़ी) इटली के बाल पुस्तक मेले के लिए भारत से दो बार चयनित ।
सम्पादन:आयोजन(बरेली लघुकथा सम्मेलन 1989),नैतिक कथाएँ(पाँच भाग), भाषा-मंजरी (आठ भाग),चन्दनमन (18 रचनाकारों का प्रतिनिधि हाइकु संकलन),गीत सरिता(बालगीत-3भाग),बालमनोवैज्ञानिक लघुकथाएँ ,मानव मूल्यों की लघुकथाएँ एवं लघुकथाएँ-मेरी पसन्द (श्री सुकेश साहनी के साथ), ‘एक दुनिया इनकी भी ( बालकथा-संग्रह 2 भाग), भावकलश(29 कवियों का ताँका -संग्रह-डॉ भावना कुँअर के साथ) , यादों के पाखी ,(हाइकु-संग्रह), अलसाई चाँदनी ( सेदोका -संग्रह)का प्रकाशन ।
www.laghukatha.com ( 40 देशों में देखी जाने वाली लघुकथा की एकमात्र वेब साइट), http://patang-ki-udan.blogspot.com/ (बच्चों के लिए ब्लॉगर), 88 देशों में प्रसारित हिन्दी हाइकु (आस्त्ट्रेलिया)wwwhindihaiku.net के तथा त्रिवेणी http://trivenni.blogspot.com ( हिन्दी का तांका ,हाइगा और चोका-जापानी छन्द का एक मात्र ब्लॉग) के डॉ हरदीप कौर सन्धु के साथ सहयोगी सम्पादक;हिन्दी चेतना (हिन्दी प्रचारिणी सभा कनाडा की विश्व भर में प्रसारित त्रैमासिक) के सह -सम्पादक ।
वेब साइट पर प्रकाशन:रचनाकार ,अनुभूति, अभिव्यक्ति,हिन्दी नेस्ट,साहित्य -कुंज ,लेखनी,इन्द्र- धनुष ,उदन्ती ,कर्मभूमि, हिन्दी गौरव ,गर्भनाल आदि ।
प्रसारण –आकाशवाणी गुवाहाटी ,रामपुर, नज़ीबाबाद ,अम्बिकापुर एवं जबलपुर से ।
निर्देशन: केन्द्रीय विद्यालय संगठन में हिन्दी कार्यशालाओं में विभिन्न स्तरों पर संसाधक(छह बार) ,निदेशक (छह बार) एवं केन्द्रीय विद्यालय संगठन के ओरियण्टेशन के फ़ैकल्टी मेम्बर के रूप में कार्य; एन बी टी द्वारा सर्जनात्मक लेखन की कार्यशाला (चण्डीगढ़), पठन अभिरुचि के प्रोत्साहन हेतु कार्यशाला ( ऊना हिमाचल) , बी एड शिक्षकों के लिए शिक्षण की परिचर्चा ( गिरडीह)के लिए संसाधक रूप में प्रतिनियुक्त ।
सेवा : 7 वर्षों तक उत्तरप्रदेश के विद्यालयों तथा 32 वर्षों तक केन्द्रीय विद्यालय संगठन में कार्य । केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य पद ( 19 फ़रवरी1994- 31 अगस्त 2008) से सेवा निवृत्ति।
सम्प्रति: स्वतन्त्र लेखन ।
सम्पर्क:- नई दिल्ली-110085