Amstel Ganga®
नीदरलैंड और भारत की हिंदी का संगम..(ISSN: 2213-7351)
Search
Main menu
Skip to primary content
Skip to secondary content
मुख्यपृष्ठ
हमारे विषय में
नियम और अस्वीकरण
पत्रिका के अनुभाग
संपादकीय
पत्र
हिंदी साहित्य
काव्य साहित्य
दोहे : प्रिय होता तरबूज..
माहिया – बेटी तो प्यारी है – ज्योत्स्ना प्रदीप
त्रिलोक सिंह ठकुरेला की कुण्डलियां
कविता
होली की कवितायेँ – अर्विना गहलोत
मैं बेटी हूँ
पीड़ा
फूल बनूँगा
मेरे लिए क्या हो तुम
बरसाती बचपन
होरी आयी ,होरी आयी
तोड़ के बंधन
बदलाव
चूल्हा
जिंदगी गुलज़ार हैं!
बसंत की कवितायेँ – प्राण शर्मा
लेख
मोहे रंग दे ओ रंगरेज़
गुजरात में हिंदी प्रचार प्रसार में शिक्षा संस्थाओं का योगदान
शाकाहार से कोरेना वायरस में कमी आएंगी
राम कथा में वैश्विक मूल्य
व्यंग्य
ऑन लाइन खर्राटे !
जनरेशन गैप
बच्चों का कोना
बिना प्रयोग़, बोझिल विषय है विज्ञान
बाल चित्रकला : रेखाचित्र
बाल चित्रकला : गुलदस्ता एक फूलों का
लघुकथा
ताबीज
पैलेस ऑन व्हील
बछड़ू
अब और नहीं …
दरकते रिश्ते
मुक्तिदाता
कहानी
सियासतदारी में हमशक़्ल होने के मायने
कह भी दो न!
तेरी मेरी कहानी
भोजपुरी हिंदी साहित्य
बात पर बात जब मन परल होई
अम्स्टेल गंगा समाचार
एक समान, एक सक्षम दुनिया के लिए जेंडर संवेदनदशीलता अत्यावश्यक : प्रो.अवस्थी
प्रो पुष्पिता अवस्थी जी को विश्व शांति का वैश्विक राजदूत नियुक्त किया गया
साहित्यिक समाचार
कोरोना वायरस पर आधारित कविताओं का काव्यसंग्रह प्रकाशित
सर्व भाषा ट्रस्ट द्वारा ऑनलाइन कवि गोष्ठी का आयोजन
पुस्तक समीक्षा
मेराज अहमद की कहानी संग्रह ‘दावत’ में अवध की स्त्री
संवेदनाओं को शब्द देती कवितायें : सदाये दिल
प्रस्तावित पुस्तकें
केती – कोती – डॉ पुष्पिता अवस्थी
कुछ जग की – कादंबरी मेहरा
शोधपत्र
शोधपत्र : पेपरलेस होती भारत की संसद की पर्यावरण सरंक्षण की पहल
कला दीर्घा
बसंतऋतु
एकान्तवास
श्रीगणेश
हमारा संपर्क
सहायता
पत्रिका लेखागार
पत्रिका के अनुभाग: २०२०
पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०२०
पत्रिका के अनुभाग: २०१९
पत्रिका के अनुभाग: अक्टूबर – दिसंबर २०१९
पत्रिका के अनुभाग: अप्रैल – जून २०१९
पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१९
Image navigation
Goverdhan Yadav
Published
December 26, 2012
at
387 × 395
in
मरते-मरते लखपति बना गयी
Leave a Reply
Cancel reply
You must be
logged in
to post a comment.