फोटो कैप्शन: रेलवे राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने पं. दीनदयाल उपाध्याय के राजनीतिक दर्शन की प्रासंगिकता पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रो. कौशल मिश्र की पुस्तक ‘दीनदयाल का राजनीतिक दर्शन’ का विमोचन किया
राजनीति विज्ञान विभाग ,काशी हिन्दू विश्व विद्यालय एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं शताब्दी वर्ष समारोह समिति- काशी क्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘पं. दीनदयाल उपाध्याय के राजनीतिक चिंतन की प्रासंगिकता’ पर एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफलता पूर्वक आयोजन किया गया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि भारत सरकार स्वतंत्र प्रभार रेल राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा थे। इस संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि जिस समय विश्व में पूंजीवाद ,साम्यवाद जैसी विचार धाराएं अपनी जड़ें जमा रही थी उन परिस्थितियो में पं. दीनदयाल उपाध्याय ने मौलिक लोकतंत्र संबंधी विचारों ,एकत्व मानववाद ,अंत्योदय संबंधी विचारों के माध्यम से अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई । श्री सिन्हा ने आगे कहा कि उपाध्याय जी का यही प्रयास रहता था कि सामान्य लोगों के जीवन में परिवर्तन आए। उपाध्याय जी का मानना था कि सिद्धांत विहीन मतदान सिद्धांत विहीन राजनीति को जन्म देने वाला होता है । राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. कौशल के. मिश्र ने अपने सारगर्भित और विचारणीय उद्बोधन में कहा कि उपाध्याय जी का मानना था कि संस्कार, संस्कृति और चेतना के द्वारा ही राष्ट्र निर्माण संभव है । उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत की चेतना में उपाध्याय जी के विचारों को तिलक ,विवेकानंद आदि से जोड़ने का कार्य किया जाना चाहिए। इस अवसर पर प्रो. कौशल मिश्र की पुस्तक ‘दीनदयाल का राजनीतिक दर्शन’ एवं सेमिनार स्मारिका का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री मनोज सिन्हा ने ममता द्विवेदी तथा डॉ शिवाली अग्रवाल को महिला सम्मान से सम्मानित किया। संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए डॉ शिवाली अग्रवाल इस्माइल (पीजी कॉलेज मेरठ) ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचार आज भी प्रासंगिक हैं । डॉ. उत्तम ओझा ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के एकत्व मानववाद का आशय है व्यक्ति को समाज से जोड़ना तथा समाज को राष्ट्र से जोड़ना । सभी वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि उपाध्याय जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं । कार्यक्रम का संचालन डॉ ज्योति सिंह ने किया। प्रो. के के मिश्र द्वारा आयोजित संगोष्ठी सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई।
- अम्स्टेल गंगा समाचार ब्यूरो