पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१६

पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१६ (अंक १४ , वर्ष ५ )

अम्स्टेल गंगा के इस फुलवारी में आपका स्वागत है।
रंग बिरंगे फूलों की इस बगीया में विचरण करे और हमें अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत करायें।

सम्पादक मंडल
अम्स्टेल गंगा

पत्रिका के अनुभाग: विषय सूची 

 

हिंदी साहित्य:::

काव्य साहित्य:

      ग़ज़ल:

ग़ज़लें – सुशील ठाकुर ‘साहिल’

ग़ज़ल – अनमोल

ग़ज़ल – सविता वर्मा

ग़ज़ल – अनन्त आलोक

ग़ज़ल – आलोक यादव

ग़ज़ल – डॉ प्रभा शर्मा ‘सागर’

ग़ज़ल – अनिता मंडा

ग़ज़ल – अमिताभ विक्रम द्विवेदी

हाइकु:

हाइकु – कृष्णा वर्मा

हाइकु – संजय वर्मा

क्षणिकाएँ-ज्योत्स्ना प्रदीप

 माहिया – मंजूषा “मन”

नवगीत: जय-जय कन्हैया लाल की – सौरभ पाण्डेय

कविता:

ओ! सागर!!! – शील निगम

बहुत कुछ है अभी – दिविक रमेश

अंकुरण – संध्या सिंह

ओ ,उतरती धूप – मधु सक्सेना

वह – डॉ. अकेलाभाइ

चौराहे – हेमा चन्दानी ‘अंजुलि’

स्त्री की अभिलाषा – सपना मांगलिक

सत्कार नव वर्ष – नीरज नैथानी

खेद – डॉ सुषमा सेनगुप्ता

जिंदगी का गीत – राजकुमार जैन ‘राजन’

ढूंढती है जिंदगी – संतोष श्रीवास्तव

प्रतीक्षा मत करो – आरती तिवारी

लक्ष्य – कीर्ति श्रीवास्तव

सहयोग – आनन्द बाला शर्मा

वो सुनहरा कल.कब आएगा – वीरन्द्र सिंह ‘वीर’

कबाड़ी – पूर्ति खरे

लेख::

प्रगति की भाषा हैं हिंदी – डॉ. सुनिल जाधव

सिंहस्थ-२०१६ : एक वैश्विक आयोजन की मेजबानी  - सुरेश तिवारी

वैदिक धर्म -एक संक्षिप्त परिचय – देवेन्द्र कुमार रे

संस्कारों का महत्व – गोवर्धन यादव

टाइम नहीं है , बहुत बिजी चल रहा है – अमित सिंह

भारत के विकास के लिए भारतीय भाषाऐं जरूरी क्यों? – डा. जोगा सिंह

व्यंग्य::

पंडिताई की ओर – कमलानाथ

भक्ति का आर्थिक स्तर – संजीव निगम

बच्चों का कोना::

आनंद की बारिश – सुधा भार्गव

सर्दी आई – नीरज त्रिपाठी

उपन्यास::

एक शाम भर बातें – दिव्या माथुर

लघुकथा::

वाह री लक्ष्मी – प्राण शर्मा

बेड़ियों की जकड़न – सुधा भार्गव

बौन्साई – सुभाष चंद्र लखेड़ा

मजबूर आकलन – संतोष सुपेकर

कहानी::

सिसकता ब्लॉसम – कादम्बरी मेहरा

खुले पंजों वाली चील – बलराम अग्रवाल

अप्रत्याशित  - पुष्पा सक्सेना

क़ब्रिस्तान – प्रेम गुप्ता ‘मानी’

भोजपुरी हिंदी साहित्य:::

श्रम के लाठी से दलिद्दर के भगावल जाये – मनोज सिंह ‘भावुक’

भोजपुरी की आत्मकथा – देवेंद्र नाथ तिवारी

साहित्यिक समाचार :::

विश्व के ६६ रचनाकारों द्वारा लिखा गया उपन्यास “खट्टे मीठे रिश्ते” का लोकार्पण हुआ …

सपना मांगलिक “प्राइड ऑफ़ नेशन “ सम्मान से सम्मानित

“पेड़ों की छांव तले रचना पाठ” – एक अनोखी पहल

कला दीर्घा::: 

जिंदगी के रंग – कृशानु रॉय

प्रकृति के रंग – स्वाति सिंह देव

एक खूबसूरत दृश्य – एड्रियन बाकर

एम्स्टर्डम की एक झलक – रिया खरयाल

खूब लड़ी मर्दानी – निष्ठा सिंह

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