नवल वर्ष
अभिनंदन नव
जीत प्रबल।
विगत वर्ष
कुछ गलत ठीक
अब सटीक।
क्रीडा जगत
हो सजग प्रयास
उल्लास-हास।
यत्न सफल
रहें दृढ़ संकल्प
जय हो श्रम।
बादल वर्षा
प्रचंड पवन ओ
पौष सबल।
फलदार तरु
झुकी विनम्र डाल
ओ मस्त चाल ।
- डॉ मधु संधु
शिक्षा : एम. ए., पी-एच. डी.
प्रकाशन : दो कहानी संग्रह, एक काव्य संग्रह , दो गद्य संकलन, तीन कोश ग्रंथ और छह आलोचनात्मक पुस्तकें प्रकाशित ।
पचास से अधिक शोध -प्रबन्धों/अणुबन्धों का निर्देशन।
विश्व भर की नामी पत्रिकाओं में लगातार प्रकाशित ।
सम्प्रति : गुरु नानक देव विश्व विद्यालय के हिन्दी विभाग की पूर्व प्रोफेसर एवं अध्यक्ष ।