ज़िन्दगी

 

ज़िन्दगी…..

मुझ में सिमटी हुई…

और मैं…

तुम में सामने को आतुर…

कई लोग मेरे अपने….

और मैं….

जुड़ना चाहूँ सिर्फ तुमसे..

कई राहें,खींचे मुझे अपनी ओर…

एक मैं पथिक…

जो चलना चाहे तेरी राह पर…

लगे लाशक्ल सा जीवन तुझ बिन..

तुझे देखना..

तुझे सोचना…

तुझे जानना…

तुझे चाहना …

तुझे पाना….

तेरी कहलाना…

बस यही चाहूँ मैं….

मेरी छोटी सी इस चाह पर ..

क्यूँ हैरान है…ज़िन्दगी…..

 

-पूजा भाटिया ‘प्रीत”

व्यवसाय: विभिन्न सीबीएसई विद्यालयों में अध्यापन, बच्चों की मार्गदर्शिका एवं परामर्शदात्री, फिलहाल इंदौर में अपने पति एवं दो तूफानी बच्चों को सँभालने का पूर्णकालिक कार्य

अन्य उप्लभ्धियाँ: स्कूल एवं कॉलेज के दिनों में बास्केटबाल की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी

प्रकाशन: प्रथम काव्य संग्रह “प्रीत” 2010 में इंदौर से प्रकाशित, विभिन्न हिंदी पत्र पत्रिकाओं में कहानिओं, कविताओं एवं ग़ज़लों का नियमित प्रकाशन

सम्मान: 2011 में विश्व पुस्तक दिवस पर शासकीय पुस्कालय इंदौर द्वारा मध्य प्रदेश के नवोदित युवा साहित्यकार पुरुस्कार से सम्मानित

सदस्यता: हिंदी साहित्य समिति इंदौर, हिंदी परिवार इंदौर की आजीवन सदस्य

अन्य उप्लभ्धियाँ: आकाशवाणी इंदौर पर कविता पाठ एवं विभिन्न मंचों से कविता पाठ

संपर्क: इंदौर-452009 (म.प्र.)

 

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