होली गीत १
मत कर मोसे जोर-जोरी पिया
आयो फाग महीना होरी खेल पिया
रंग दे मोहे अपने ही रंग में
बिजुरी सी कोंधे रे अंग-अंग में
भर प्रेम को रंग पिचकारी
भिगो दे चनिया चोली पिया
आयो फाग महिना होरी खेल पिया
घन सो कारो घनशयाम पिया
है चाँद चकोरी सी जोड़ी पिया
सुन बंशी मैं झूम – झूम झूमूं
बाबरिया बन इत -उत घूमूं
तू मेरो प्राण मैं शरीर पिया
आयो फाग महीना होरी खेल पिया
कैसी नेह डोर तूने बांधे रे पिया
मन नाचे मयूरा ,धक-धक करे जिया
मृग से तेरे नैना तिरछे तिरछे
डारें जादू अपनी ओर खींचें
मैं दौड़ी औं अँखियाँ मींचे पिया
आयो फाग महीना होरी खेल पिया
होली गीत २
ढोल शहनाई मजीरा बाजत
बरसाने की होली में
अबीर गुलाल झरे है झर – झर
ज्यों बदरा बरसे होली में
न जइयो कान्हा बरसाने
राधा घेर लई है टोली में
गोपी संग राधा नथ पहनावे
बनाई नार तोहे होली में
लट्ठ मार तेरी देह छिलावे
मिलके सगरी टोली में
न जइयो कान्हा बरसाने
राधा घेर लई है टोली में
मोर मुकुट पीताम्बर छिनई
चुनरी औढावल होली में
मुरली छीन पकड़ पहनाई
चनिया चोली होली में
न जइयो कान्हा बरसाने
राधा घेर लई है होली में
- सपना मांगलिक
जन्मस्थान –भरतपुर
वर्तमान निवास- आगरा(यू.पी)
शिक्षा- एम्.ए ,बी .एड (डिप्लोमा एक्सपोर्ट मेनेजमेंट )
सम्प्रति–उपसम्पदिका-आगमन साहित्य पत्रिका ,स्वतंत्र लेखन, मंचीय कविता,ब्लॉगर
संस्थापक – जीवन सारांश समाज सेवा समिति ,शब्द -सारांश ( साहित्य एवं पत्रकारिता को समर्पित संस्था )
सदस्य- ऑथर गिल्ड ऑफ़ इंडिया ,अखिल भारतीय गंगा समिति जलगांव,महानगर लेखिका समिति आगरा ,साहित्य साधिका समिति आगरा,सामानांतर साहित्य समिति आगरा ,आगमन साहित्य परिषद् हापुड़ ,इंटेलिजेंस मिडिया एसोशिसन दिल्ली
प्रकाशित कृति- (तेरह)पापा कब आओगे,नौकी बहू (कहानी संग्रह)सफलता रास्तों से मंजिल तक ,ढाई आखर प्रेम का (प्रेरक गद्ध संग्रह)कमसिन बाला ,कल क्या होगा ,बगावत (काव्य संग्रह )जज्बा-ए-दिल भाग –प्रथम,द्वितीय ,तृतीय (ग़ज़ल संग्रह)टिमटिम तारे ,गुनगुनाते अक्षर,होटल जंगल ट्रीट (बाल साहित्य)
संपादन– तुम को ना भूल पायेंगे (संस्मरण संग्रह ) स्वर्ण जयंती स्मारिका (समानांतर साहित्य संस्थान)
प्रकाशनाधीन– इस पल को जी ले (प्रेरक संग्रह)एक ख्वाब तो तबियत से देखो यारो (प्रेरक संग्रह )
विशेष– आकाशवाणी एवं दूरदर्शन पर निरंतर रचनाओं का प्रकाशन
सम्मान- विभिन्न राजकीय एवं प्रादेशिक मंचों से सम्मानित
पता- कमला नगर , आगरा