कुण्डलिया -त्रिलोक सिंह ठकुरेला

धीरे धीरे समय ही, भर देता है घाव।
मंजिल पर जा पहुँचती , डगमग होती नाव।।
डगमग होती नाव, अन्ततः मिले किनारा।
मन की मिटती पीर, टूटती तम की कारा।
‘ठकुरेला‘ कविराय, खुशी के बजें मजीरे।
धीरज रखिये मीत, मिले सब धीरे धीरे।।

 

बोता खुद ही आदमी, सुख या दुख के बीज।
मान और अपमान का, लटकाता ताबीज।।
लटकाता ताबीज, बहुत कुछ अपने कर में।
स्वर्ग नर्क निर्माण, स्वयं कर लेता घर में।
‘ठकुरेला‘ कविराय, न सब कुछ यूँ ही होता।
बोता स्वयं बबूल, आम भी खुद ही बोता।।

 

तिनका तिनका जोड़कर, बन जाता है नीड़।
अगर मिले नेतृत्व तो, ताकत बनती भीड़।।
ताकत बनती भीड़, नए इतिहास रचाती।
जग को दिया प्रकाश, मिले जब दीपक, बाती।
‘ठकुरेला‘ कविराय, ध्येय सुन्दर हो जिनका।
रचते श्रेष्ठ विधान, मिले सोना या तिनका।।

 

ताकत ही सब कुछ नहीं, समय समय की बात।
हाथी को मिलती रही, चींटी से भी मात।।
चींटी से भी मात, धुरंधर धूल चाटते।
कभी कभी कुछ तुच्छ, बड़ों के कान काटते।
‘ठकुरेला‘ कविराय, हुआ इतना ही अवगत।
समय बड़ा बलवान, नहीं धन, पद या ताकत।।

 

सारा जग अपना बने, यदि हो मृदु व्यवहार।
एकाकीपन झेलता, जिस पर दम्भ सवार।।
जिस पर दम्भ सवार, कठिन जीवन हो जाता।
रहता नहीं सुदीर्घ, कभी अपनों से नाता।
‘ठकुरेला‘ कविराय, अन्ततः दम्भी हारा।
करो मधुर व्यवहार, बने अपना जग सारा।।
- त्रिलोक सिंह ठकुरेला

 

जन्म-स्थान —– नगला मिश्रिया ( हाथरस )

प्रकाशित कृतियाँ — 1. नया सवेरा ( बाल साहित्य )

2. काव्यगंधा ( कुण्डलिया संग्रह )

सम्पादन — 1. आधुनिक हिंदी लघुकथाएँ
2. कुण्डलिया छंद के सात हस्ताक्षर
3. कुण्डलिया कानन

सम्मान / पुरस्कार — 1. राजस्थान साहित्य अकादमी द्वारा ‘शम्भूदयाल सक्सेना बाल साहित्य पुरस्कार ‘
2. पंजाब कला , साहित्य अकादमी ,जालंधर ( पंजाब ) द्वारा ‘ विशेष अकादमी सम्मान ‘
3. विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ , गांधीनगर ( बिहार ) द्वारा ‘विद्या- वाचस्पति’
4. हिंदी साहित्य सम्मलेन प्रयाग द्वारा ‘वाग्विदाम्वर सम्मान ‘
5. राष्ट्रभाषा स्वाभिमान ट्रस्ट ( भारत ) गाज़ियाबाद द्वारा ‘ बाल साहित्य भूषण ‘
6. निराला साहित्य एवं संस्कृति संस्थान , बस्ती ( उ. प्र. ) द्वारा ‘राष्ट्रीय साहित्य गौरव सम्मान’
7. हिंदी साहित्य परिषद , खगड़िया ( बिहार ) द्वारा स्वर्ण सम्मान ‘

विशिष्टता — कुण्डलिया छंद के उन्नयन , विकास और पुनर्स्थापना हेतु कृतसंकल्प एवं समर्पित

सम्प्रति — उत्तर पश्चिम रेलवे में इंजीनियर

संपर्क —- आबू रोड -307027 ( राजस्थान )

 

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