अप्रवासीय रोजनामचा
परदेश में आती है देश की याद बहुत…
जीवन में खलती है अपनो की कमी बहुत …
खट्टे मीठे अनुभव के संग गुजरते है दिन…
अम्स्टेल गंगा के इस खंड में चलते है ..
आपकी अपनी ही आप बीती के संग ..
अप्रवासीय रोजनामचा
परदेश में आती है देश की याद बहुत…
जीवन में खलती है अपनो की कमी बहुत …
खट्टे मीठे अनुभव के संग गुजरते है दिन…
अम्स्टेल गंगा के इस खंड में चलते है ..
आपकी अपनी ही आप बीती के संग ..