लड़ो ग़रीबी को दूर करने के लिए

बन्द करो लड़ना मंदिर और मस्जिद के लिए
गर लड़ना है तो लड़ो ग़रीबी को दूर करने के लिए
हमारा एक ही धर्म है एक ही ईमान हैं
और भारत देश ही हमारी पहचान हैं
ये जमीन के टुकड़े तो यही रह जायेंगे
जो बोओगे आखिरकार वही पाओगे
न करवाओ तुम फ़साद इसके लिए
न बनो  मवाद अपने ब़ाखुदा के लिए
चाहे हम हिन्दू है या मुसलमान
हमारा लहु का रंग  एक है
हमारी मातृभूमि भी एक है
फिर हम लड़ते है किस बात के लिए
इन लड़ाई- झगड़ो में रखा क्या है
इन फ़सादो में ग़रीब ही मरता है
घर से बेघर भी ग़रीब ही होता है
बन्द करो ये फ़साद, बन्द करो ये नारेबाजी इंसानियत के लिए
अगर लड़ना ही है तो फ़ौजियों से लड़ना सीखो देश के लिए
तुम तो सो जाते हो चैन की नींद से
वो सारी रात जगते है सरहद पर तुम्हारे लिए
तुम आपस में लड़कर, उन सैनिकों का दिल न दुखाओ यारों
वो तो अपनी जान गंवा देते हैं तुम्हारी जान बचाने के लिए
ये खद्दरधारी तो मीठी छुरी है खुद आपस में गले मिलते हैं
और हमें उकसाते है, हमें लड़वाते है अपने मतलब के लिए
इस देश में अन्नदाता तरसता हैं
एक- एक अन्न के दाने के लिए
भर देते हैं अन्न से अमीरों के तहख़ाने
और खुद उम्र भर दबे रहते हैं कर्ज के तले
फिर भी इन ग़रीब, इन किसानों को सुकून मिल जाता है
दरख़्तों की छांव में भी
अमीर रहते हैं बेचैन ए. सी. के ठंडी हवाओं में भी
ग़रीब तो ग़रीब होता है
चाहे हिन्दू हो या मुसलमान
कोई भी नही लड़ता इनकी तक़लीफ़ों को दूर करने के लिए
बस बड़े लोगों को एक ही लड़ाई याद रहती है सिर्फ धर्म और मज़हब के लिए
बन्द करो लड़ना मंदिर और मस्जिद के लिए
गर लड़ना है तो लड़ो ग़रीबी को दूर करने के लिए
-  संध्या कुमारी
 *   जन्म स्थान=   ग्राम +पोस्ट= बसौली,
                         जिला – मुजफ्फरपुर, बिहार
*  वर्तमान पता = विरसन फोरजिंग,
                 जी०टी० रोड, नजदीक हवाई अड्डा,
                 साहनेवाल, लुधियाना पंजाब
 
* जन्म तिथि- 16 -05-1992
* सतीश चन्द्र धवन महाविद्यालय लुधियाना की एम० ए० हिन्दी की(2016-2018) विद्यार्थी रही हूं ।
* पिछले डेढ़ वर्षों से कविता लिख रही हूं ।
मुझे कविता पाठ करने के संदर्भ में निम्नलिखित सम्मान से सम्मानित किया गया हैं ।
* 2 अक्टूबर 2016 को नारायणी साहित्य अकादमी पटियाला, की तरफ से मुझे सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
* 27 फरवरी 2017 को परवाज लुधियाना की तरफ से मुझे  “गेस्ट ऑफ ऑनर ” से सम्मानित किया गया।
* 7 जनवरी 2018 को राष्ट्र किंकर दिल्ली, द्वारा मुझे “कर्मयोगी सम्मान ” से सम्मानित किया गया।
* काव्य रंगोली पत्रिका द्वारा “साहित्य भूषण सम्मान” से नवम्बर  2018  में सम्मानित किया गया।
* नवजागरण प्रकाशन द्वारा प्रकाशित सांझा संग्रह “गीत किसने गाया” में मेरी कविताओं को भी स्थान दिया गया।
* दो बार FM gold Ludhiana radio Channel पर कविता पाठ और कार्यक्रम का संचालन कर चुकी हूं।
* सेतु पत्रिका अमेरिका में मेरी कविताएं प्रकाशित हो चुकी हैं।
  
 

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