‘अम्स्टेल गंगा’®, समकालीन – सोच – संस्कृति की नीदरलैंड्स से प्रथम साहित्यिक हिंदी पत्रिका है। यह एक त्रैमासिक पत्रिका है जो एम्स्टलवीन/ एम्सटरडैम से प्रकाशित होती है।
(ISSN: 2213-7351)
नीदरलैंड यूरोप का बहसंस्कृतिशाली उदारवादी देश है। सूरीनाम देश के भारतवंशियों की हिन्दुस्तानी रंगीनियाँ इस देश के वैभव को सदैव जीवंत बनाए रखती है। सरनामी भाषा (हिंदुस्तानी भाषा) नीदरलैंड देश के सुरिनामी हिन्दुस्तानियों के जीवन – धर्म की प्राणवान भाषा है जिसका आधार स्त्रोत मूलतः हिंदी – भाषा – परिवार ही है। नीदरलैंड देश – भीतर हिंदुस्तानी समुदाय द्वारा आपसी एका और सद् – राग तथा भाषा – शक्ति को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए समय-समय पर अभिव्यक्ति के पहरुओं द्वारा सरनामी और हिंदी भाषा को जीवन देने के लिए पत्रिकाएं प्रकाशित की गयी जो वस्तुतः भाषा संवर्धन की दिशा में ही महत्वपूर्ण प्रयास रहा है। लेकिन कुछ वर्षों से भारतवंशियों – भारतीयों तथा नीदरलैंड – भारत के बीच परस्पर सांस्कृतिक एका हेतु हिंदी की साहित्यिक पत्रिका की आवश्यकता अनुभव की गयी जिसके तहत ‘ अम्स्टेल गंगा पत्रिका ‘ के रूप में हिंदी की पहली साहित्यिक पत्रिका ने अपनी सार्थक गतिविधियाँ प्रारम्भ की है इस तरह यह दो देशों और बहु संस्कृतियों के बीच एकात्मकता के प्रयास की पहली सांस्कृतिक और साहित्यिक पत्रिका है।
”अम्स्टेल गंगा ” में गंगा हमारी गांगेय भारतीय संस्कृति की प्रतीक है तो ‘ अम्स्टेल ‘ पाश्चात्य संस्कृति की प्रतिनिधि है दोनों ही संस्कृतियां समकालीन विश्व के जीवन की संचालिका हैं। आप सबके सहयोग से दोनों ही संस्कृतियां आपस में विलय हो सकती है। अगर विलय हो जाये तो विश्व की लय भी एक हो सकता है। ‘ अम्स्टेल गंगा ‘ उसी लय की तरल तान छेड़ने का सरल उपक्रम है।
साथ ही आशा है, ‘अम्स्टेल गंगा ‘ की ज्ञान जल धार से आपकी मानस – अंजुली सम्पूर्ण होगी और विश्व में अनेक विरोधी स्तिथियों के बावजूद आपसी आत्मीयता का विश्वसनीय अंतःकरण हम सबके बीच निर्मित हो सकेगा।
उद्देश्य:
‘अम्स्टेल गंगा ‘ का उद्देश्य हिंदी साहित्य को विश्व के हर कोने में सुलभ कराना है जिससे विश्व भर में फैले हिंदी प्रेमी अपनी सुविधानुसार इसका रसास्वादन और अध्ययन कर सकें।
हमारा उद्देश्य होगा कि विश्व के हर कोने में हिंदी साहित्य की रचना में संलग्न लेखकों को एक मंच पर लाया जा सके जहाँ वे अपने अनुभवों और रचना प्रतिभा का आदान प्रदान कर सकें और इस प्रकार हिंदी के विकास में सहायक बनें।
हिंदी साहित्य की लोकप्रियता को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करना तथा नए लेखकों की रचनाएँ प्रकाशित कर के उन्हें प्रोत्साहित करना भी हमारा उद्देश्य है ।