पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१९

पत्रिका के अनुभाग: जनवरी – मार्च २०१९ (अंक २५ , वर्ष ८)

अम्स्टेल गंगा के इस फुलवारी में आपका स्वागत है।
रंग बिरंगे फूलों की इस बगीया में विचरण करे और हमें अपनी प्रतिक्रियाओं से अवगत करायें।

सम्पादक मंडल
अम्स्टेल गंगा

पत्रिका के अनुभाग: विषय सूची 

 

हिंदी साहित्य:::

काव्य साहित्य:

दोहे::

दोहे : पानी तेरे प्यार का – गोविन्द सेन

हाइकु::

नव वर्ष पर कुछ हाइकु – डॉ मधु संधु

नज्म::

नज्म – रज़िया रागिनी ‘समर’

               कविता:

नव वर्ष – की एक कविता - डॉ0 धनंजय कुमार मिश्र

शुभ-मंगल नया साल हो…! – अर्पणा शर्मा

हौसलों को जगाओ नए साल में – डॉ. दीप्ति गौड़ ‘दीप’

झुमरु सा पानी – अमलेन्दु अस्थाना

कुत्ता और आदमी – मोहन पांडेय

माफ करना – नीरज नैथानी

बस्ती – प्रतिभा ” प्रीति “

ताली – डॉ. संगम वर्मा

कहाँ नहीं हो तुम – शशि बाला

गाँव की भोर सुहानी – अर्विना गहलोत

 

लेख::

हिंदी सिनेमा में स्त्री की बदलती छवि – प्रो. कल्पना गवली

 

व्यंग्य::

अथ लेखन चालीसा – दिलीप कुमार

 

बच्चों का कोना::

प्यार का पुल – सुमन सारस्वत

तितलियों का मोहल्ला  – सुधा भार्गव

बाल चित्रकला :जिंदगी – एक नाव की सवारी – मास्टर अक्षित सिंह

बाल चित्रकला :घर या इंसान – मास्टर अध्रित सिंह

 

लघुकथा::

मृत्यु की आँख – कान्ता रॉय

छब्बीस जनवरी – मृणाल आशुतोष

नवसृजन – अनघा जोगलेकर

नया सुदामा – यशपाल शर्मा  ‘यशस्वी’

हस्तांतरण – ओमप्रकाश क्षत्रिय ‘प्रकाश’

 

कहानी::

स्वर्ण लंका – कादंबरी मेहरा

बुढ़ापा – डॉ ज्ञान प्रकाश

अपनों का दर्द -  डॉ0 मु0 हनीफ़

लागे ना मोरा जिया – सविता वर्मा “ग़ज़ल”

 

भोजपुरी हिंदी साहित्य:::

बात पर बात होता बात ओराते नइखे  – मनोज सिंह ‘भावुक’

अम्स्टेल गंगा समाचार :::

प्रो पुष्पिता अवस्थी जी  के अथक प्रयास से भारतीय  विश्वविद्यालयों में  ‘प्रवासी साहित्य’ का विशेष प्रश्नपत्र अध्ययन निमित्त स्वीकृत – अम्स्टेल गंगा समाचार ब्यूरो

प्रत्येक व्यक्ति के मानस में उसके देश का चारित्रिक गुण अनुस्यूत होता है : प्रो. पुष्पिता – अम्स्टेल गंगा समाचार ब्यूरो

प्रवासी हिंदी और भारतीय संस्कृति की विदेशों में स्थिति पर भारत में पुष्पिता जी के विभिन्न व्याख्यानों  का आयोजन  – अम्स्टेल गंगा समाचार ब्यूरो

 

साहित्यिक समाचार :::

राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर का सम्मान समारोह – डॉ. पूर्णेन्दु वसिष्ठ

पेड़ों की छांव तले फाउंडेशन की ५० वीं साहित्यिक गोष्ठी संपन्न हुई  – अवधेश सिंह

 

पुस्तक समीक्षा:::

समय के साथ सम्वाद करती लघुकथाएं : मूल्यहीनता का संत्रास – भूपिंदर कौर

 

संस्मरण:::

संस्मरण : माँ – सविता अग्रवाल “सवि”

 

प्रस्तावित पुस्तकें:::

अक्षत – डॉ पुष्पिता अवस्थी

कशमकश – मनोज सिंह

 

शोधपत्र:::

भारत और संस्कृत का पौराणिक संबंध : एक विश्लेषण – डॉ विदुषी शर्मा

 

कला दीर्घा::: 

पत्थर या हीरा -परखे एक पारखी  – कृशानु रॉय

सर्दी की एक रात  – अरुण वीराकुमार

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